| 41. | इसका बहुवर्षायु क्षुप लगभग डेढ़ मीटर से दो मीटर ऊँचा होता है ।
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| 42. | इसका क्षुप झाड़ीदार एक से चार फुट ऊँचा बहुशाखा युक्त होता है ।
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| 43. | इसके क्षुप 2 से 4 फुट ऊँचे एक-वर्षायु या द्विवर्षायु होते हैं ।
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| 44. | इसका बहुवर्षायु क्षुप लगभग डेढ़ मीटर से दो मीटर ऊँचा होता है ।
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| 45. | इस क्षुप की पत्तियाँ एवं पुष्प सूर्य की गति का अनुगमन करती हैं।
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| 46. | कचूर, हल्दी के समान एक क्षुप है जो ज़िंजीबरेसी (Zingiberaceae) कुल का है।
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| 47. | वानस्पतिक परिचय-बहुवर्षीय गुल्म रूपी क्षुप 5 से 8 फीट ऊँचे होते हैं ।
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| 48. | इस क्षुप के काण्ड प्रायः गोलाई लिए कड़े, पतले व गोल होते हैं ।
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| 49. | वानस्पतिक परिचय-इसका क्षुप फैलने वाला तथा मांसल चिकनी पत्तियाँ लिए होता है ।
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| 50. | इस क्षुप के काण्ड प्रायः गोलाई लिए कड़े, पतले व गोल होते हैं ।
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