मुझे लगा कि मुझे भी जवाब में गाली बकना चाहिए था या कि उछलकर दो लात मारना चाहिये था, पर तुरंत ही एक निरर्थकता बोध मेरे ऊपर सवारी करने लगा कि ठीक है कि मैं उसे पीट देता पर उसके बाद क्या होता? मैं कहीं बेहोश पड़ा हुआ हो सकता था या सचमुच ही गलाकर किसी नाली में बहा दिया जाता या किसी खतरनाक धारा में निरूद्ध थाने की किसी अंधेरी कोठरी में पड़ा होता।