वाराणसी के एक निर्जन घाट पर एक हट्टे कट्टे बाबा चिंतन (सोच-विचार) की मुद्रा में बैठे हुए हैं कोई विशेष मेकअप नहीं था उनका बस गेरुआ रंग के कपडे पहन रखे थे! परिचय हुआ तो बताया गया कि कोलकाता के रहने वाले हैं, किसी अच्छी कम्पनी में सुपरवाईजर थे, ग्रेजूएट है (बी।