बीजेपी के समर्थक भी दिग्विजय सिंह को बहुतही घटिया इंसान के रूप में पेश करने में संकोच नहीं करते. रामदेव जैसेलोगों के अलावा मीडिया में मौजूद बीजेपी के सहयोगी भी दिग्विजय सिंह केहर बयान को अपनी सुविधानुसार पेश करते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि आजदिग्विजय सिंह साम्प्रदायिक ताक़तों को चुनौती देने की राजनीति के विशेषणबन चुके हैं और उनकी पार्टी में उनको पूरा सम्मान मिल रहा है..
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रहा सवाल मोदी झूठो का सरताज निकला, तो श्याद तेरे आंख कान ओर दिमाग को लकवा मार गया है, या तुझे सिर्फ अच्छे लोगो के बारे मे लिखना आता है, अगर भ्रस्त ओर लुटेरो के बारे मे लिखेगा तो तेरी फाड कर रख देंगे, तू बहुत घटिया इंसान है, लेकिन तेरे भोकने से कुछ नही होगा, हिन्दुस्ताणिओ को सब मालूम है, मेरा नाम याद रखना तुझे 2014 मे पुछुगा की तेरे अकओ का क्या हुआ,!
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चाईबा सा क्या कहीं भी, ऐसा अनपढ़, मूढ़, मंदबुधी, धूर्त, घटिया इंसान जो अभी भी आदि मानव के जमाने में जी रहा हो उसे विधायक नहीं बनाना चाहिये | पूरे देश में पढ़े लिखे नौजवानो को जिनके तन मन में चुस्ती फुर्ती तथा दिमाग में सत्कर्म का जज्बा हो, ऐसे लोगों को देश के, विधायक, मंत्री, प्रधानमंत्री, बनाने चाहिये | नहीं तो भारत देश की बागडोर किन्नर लोगों को सौपनी चाहिये, वे ही देश को सही से चला सकते हैं |
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“ तुम्हें इस ‘ राजीव ' से घटिया इंसान नहीं मिला पूरे मकड़जाल में जो इस नामुराद से दोस्ती कर बैठी? ” … “ मैँने कहा … “ क्यों? … क्या कमी है उसमें? …. इतना हैण्डसम तो है ” … “ बस! … यहीं … यहीं तो धोखा खा जाती हैँ सब उससे ” … “ क्क्या मतलब? … मतलब क्या है आपका? ” … “ है तो वो 50 के आस-पास लेकिन पिछले सात साल से वो सभी लड़कियों को अपनी उम्र '