| 41. | जटा तरंग गंग है, गजेन्द्र चरम अंग है ।
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| 42. | जटा में गंग बहत है, गल मुण्डन माला ।
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| 43. | जैसे शिव की जटा से गंगा उतरे
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| 44. | लम्बी जटा रंगीले नैना जंत्र मंत्र सब जानै ।
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| 45. | वह नहीं सोहता निबिड़ जटा दृढ़ मुकुटबन्ध,
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| 46. | --जाके नख अरु जटा विशाला।
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| 47. | शिव की जटा से प्रकट हुए वीरभद्र
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| 48. | लम्बी जटा रंगीले नैना जंत्र मंत्र सब जानै ।
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| 49. | गौर करें जटा यानी ऋषि-मुनियों की विशाल केशराशि पर।
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| 50. | कभी जटा पर हाथ फेरता, पीठ कभी सहलाता है,
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