अतः हिंदुओ, अब तो जागृत होकर साधना करो, यह प.प ू. डॉक्टरजीने अप्रत्यक्ष रूपसे इस लेखद्वारा बतानेका प्रयास किया है ।
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अपने अपमान का बदला लेने के लिए उ 0 प्र 0 की नारी शक्ति जागृत होकर सत्ता बदलने के लिए संगठित हो गई है।
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अविश्वासग्रस्त क्षणों में हमारी अन्तर्दृष्टि जागृत होकर मन के तर्क कोनिरस्त्र कर देती है और हमारी आत्मा में पुनः आस्था के स्थिर नक्षत्रचमकने लगते हैं.
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और कुण्डलिनी शक्ति ह्रदय में जागृत होकर साधक को उन्नत प्रकार के दिव्य भावों की अनुभूति कराते हुए साधक को योगी बना देती है ।
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मेरे चरित्र और उपदेशों के श्रवण मात्र से ही भक्तों के हृदय में श्रदृा जागृत होकर सरलतापूर्वक आत्मानुभूति एवं परमानंद की प्राप्ति हो जायेगी ।
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मेरे चरित्र और उपदेशों के श्रवण मात्र से ही भक्तों के हृदय में श्रदृा जागृत होकर सरलतापूर्वक आत्मानुभूति एवं परमानंद की प्राप्ति हो जायेगी ।
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इसलिए नवरात्रि में जब उनकी पूजा आस्था, श्रद्धा से की जाती है तो उनकी नवों शक्तियाँ जागृत होकर नवों ग्रहों को नियंत्रित कर देती हैं।
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इस स्थानपर स्नान करनेसे जलके तेजदायी स्पर्शसे देहकी चेतना जागृत होकर वह देहकी रिक्ततामें संचित एवं घनीभूत रज-तमात्मक तरंगोंको जागृत कर बाहरकी दिशामें ढकेलती है ।
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इसलिए नवरात्रि में जब उनकी पूजा आस्था, श्रद्धा से की जाती है तो उनकी नवों शक्तियाँ जागृत होकर नवों ग्रहों को नियंत्रित कर देती हैं।
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कुण्डलिनी शक्ति शरीर में नाभि के पास सूर्य चक्र में स्थित होती है, जो योगाभ्यास से जागृत होकर सुषुम्ना से होते हुए मस्तिष्क में पहुंचती है।