लेकिन जिन लेखकों की कहानियाँ यहाँ छापी गई हैं उन्हें पढ़ने में भी आप वही रोमांच रहस्यमयता महसूस करेंगे जिसकी कि एक अच्छी जासूसी कहानी से उम्मीद की जाती है, इसमें भी आपको वही रहस्य और रोमांच मिलेगा जो सर आर्थर कानन डायल या अगाथा क्रिस्टी के उपन्यासों या कहानियों को पढ़ते हुए मिलता है।
42.
===आठ नौ साल के गुलज़ार स्कुल से घर और रात में दुकान में सोने जाते थे और तब चिमनी की लौ में जासूसी कहानी की किताबे चार आने में हफ्ता भाड़े पर लाकर पढ़ते थे...रोज नयी किताब नहीं देने के लिए फूट पाथ के फेरिये ने उन्हें एक दिन टागोर की किताब थमा दी जिस एक किताब जिसका उर्दू में तर्जुमा किया गया था गुलज़ार साहब की जिंदगी और पढने का ढंग बदल दिया और हमें गुलज़ार साहब मिले.....