अब नवयुवक मंगल दल ने रहीम और उस के भाइयों के खि़लाफ़ मोर्चा खोला कि यह लोग भूमिहीन नहीं हैं, जोतदार हैं, गांव में पक्का मकान है तो इन को पट्टा कैसे मिल सकता है?
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अब नवयुवक मंगल दल ने रहीम और उस के भाइयों के खि़लाफ़ मोर्चा खोला कि यह लोग भूमिहीन नहीं हैं, जोतदार हैं, गांव में पक्का मकान है तो इन को पट्टा कैसे मिल सकता है?
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सोमनाथ होड़ द्वारा डायरी में एक बेहद गरीब किसान द्वारा एक जोतदार के प्रलोभन को ठुकरा दिए जाने की घटना की तुलना नेहरू के कथनी और करनी के फर्क से जिस तरह की गई है, वह एक तीखा राजनैतिक व्यंग्य है।
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सोमनाथ होड़ द्वारा डायरी में एक बेहद गरीब किसान द्वारा एक जोतदार के प्रलोभन को ठुकरा दिए जाने की घटना की तुलना नेहरू के कथनी और करनी के फर्क से जिस तरह की गई है, वह एक तीखा राजनैतिक व्यंग्य है।
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उन्हें साम्राज्यवादी पूंजी, उनके साथ काम कर रहे बड़ी पूंजी के मालिकों की पूंजी, वित्तीय संस्थानों की पूंजी, सट्टेबाजों की पूंजी, बड़े जोतदार व खाद्य पदार्थों के बड़े व्यापारियों की पूंजी के हितों का ध्यान रखना होता है।
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नईम ' शिकमी हो या जोतदार / क्षण आये हैं खेतों थकने के ' के छटपटाहट भरे अहसास को क्रांति के स्वर के शोर हो जाने की नियति से जोड़कर लोक संस्कृति के आहत होने की चिंता को यों व्यक्त करते हैं-
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कानूनी दृष्टि से किसान या जोतदार मर्जी-दां-खेतिहर था. केवल परम् परा और रीति-रिवाज के आधार पर ही, जब तक उसके पूर्वज लगान देते, तब तक ही उसको उसके द्वारा जोती गई कृषि भूमि से बेदखल नहीं किया जाता था.
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जैसी पंक्तियाँ जिस ग्राम-जन के घावों को सहलाती हैं, उसी का सगा उनके गीत का यह स्वर है-उतरे भादों लगे क्वार दिन आए हैं मौसम पकने के चुप्पी मूँग, उड़द सन्नाटे मिलजुल कर मेहनत ने काटे शिकमी हों या जोतदार क्षण आए हैं खेतों थकने के
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डायरी बताती है कि “ 2 से 4 बीघा औसत जमीन के जोतदार नंदीग्राम के इलाके में जितने खुशहाल हैं, यह खुशहाली एशिया का सबसे पहला किसान पैदा करने वाल्ो निमाड़ (नर्मदा घाटी क्ष्ोत्र्ा) या बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र के गाँवों में कहाँ दिखती है।
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विधेयक का पहला उद्देश्य यह था कि वतन रखने या न रखने का अधिकार उसके जोतदार की इच्छा पर हो, दूसरी बात यह है कि वतनदारों की कुछ श्रेणियों के लिए वेतन भुगतान की अच्छी सुरक्षा हो, और तीसरे यह कि इस प्रकार के निअयम बनाए जाएं कि वतनदार को क्या क्या काम करने होंगे।