गत्यात्मक ज्योतिष् मीन राशि में स्थित गोचर के बृहस्पति का जनसामान्य पर प्रभाव ज्योतिष में रूचि रखने वाले बहुत सारे लोगों को यह मालूम होगा कि सौरमंडल का सबसे विशाल ग्रह गुरू मई के पहले सप्ताह से ही मीन राशि में है।
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नक्षत्र शस्त्र मे भारत के ऋषियों ज्ञानियों ने काफ़ी योगदान दिया है जो लोगों को पता होना चाहिए:-करीब १ ००० ईसा पूर्व ' ज्योतिष् वेदांग ' की रचना जिसमे ऋतुओं और कल के बारे मे काफ़ी विस्तृत नियम दिए गये थे.
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इतना ही नहीं भारतीय ज्योतिष् में सूर्य एक राशि से दूसरे में संक्रमण कलेंडर माह के करीब 14-15 तारीख के आसपास करता है, जैसे 14-15 जनवरी में वह मकर राशि में प्रवेश करता है (माघ मास) ।
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राजीव भाई तुम तो छुपे रुस्तम निकले यार | ज्योतिष्, शास्त्रीय संगीत सभी कुछ | चलो अब किसी की कुंडली मिलवानी होगी अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष् से, तो अपना एक मित्र मौजूद है | इलेक्ट्रॉनिक्स और सॉफ्टवेर इंजिनियर तो आप हैं ही पहले से |
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राजीव भाई तुम तो छुपे रुस्तम निकले यार | ज्योतिष्, शास्त्रीय संगीत सभी कुछ | चलो अब किसी की कुंडली मिलवानी होगी अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष् से, तो अपना एक मित्र मौजूद है | इलेक्ट्रॉनिक्स और सॉफ्टवेर इंजिनियर तो आप हैं ही पहले से |
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ज्योतिष् एवं धर्म ग्रंथों में सब कष्टों से मुक्ति पाने के अनेक सरल साधन बताये गये है बस करना यह है की पूरी श्रद्धा, विश्वास और दृढ़ संकल्प से लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अपनी राशि के अनुसार इन उपायों को करना है.
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संगीता जी आप लोगो के बीच किसी भी प्रकार की प्रतिस्पर्धा हो परंतु एक बात हम कहना चाहते है की पाठक को ज्योतिष् के बारे में बहुत जानकारी हो जा रही है. और आपके पोस्ट और विचार से ज्योतिष् में बारे में उत्सुकता और बढ़ती जाती है...
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संगीता जी आप लोगो के बीच किसी भी प्रकार की प्रतिस्पर्धा हो परंतु एक बात हम कहना चाहते है की पाठक को ज्योतिष् के बारे में बहुत जानकारी हो जा रही है. और आपके पोस्ट और विचार से ज्योतिष् में बारे में उत्सुकता और बढ़ती जाती है...
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भारत ने अंको के साथ वर्णमाला खोजी और डेसिमल नंबर सिस्टम भी खोजा जो की तू कह ले की वर्णमाला से आगे बढ़ कर व्याकरण पर आ गया और एक चीज़ और बहुत सारी ज्योतिष् और ज्यामितीय प्रमेय भी सिद्ध किए जो की साहित्य थे |
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ज्योतिष् के अनुसार माना जाता है कि मनुस्य का वर्तमान जीवन, चरित्र और स्वभाव पूर्व जन्मों के अर्जित कर्मो का फल होता है | इसलिए उन्ही स्त्री पुरषों का प्रेम विवाह होगा और सफल होगा जिनके गुण और स्वभाव एक दूसरे से मिलते होंगे |