| 41. | रात में धुलकर हुई भारी बूँदें बजती थीं टप-टप
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| 42. | टप-टप टप-टप टपके (आँसू छलकी खाली थाली-२)
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| 43. | टप-टप टप-टप टपके (आँसू छलकी खाली थाली-२)
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| 44. | हमें आवाज़ टप-टप की ही क्यों सुनाई देती है।
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| 45. | टप-टप बरसती बूँदें अौर सोंधी महक तुम्हारी स्मृति की।
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| 46. | टप-टप झरते थे सलिल-बिन्दु थे सरसिज-नयन खुले आधा ।
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| 47. | मोती बनकर जो पलकों से, टप-टप टपका करते हैं।
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| 48. | मस् तिष् क में पानी टप-टप गिरता जा रहा है।
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| 49. | नेत्रों से अश्रुबिन्दु टप-टप गिरने लगे।
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| 50. | ‘याद आती है टप-टप की आवाज '
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