विश्व साहित्य का एक अर्थ यह भी है कि केवल देश ही नहीं ‘ काल ' के संदर्भ में भी जो महान है अर्थात काल की कसौटी पर जिसकी श्रेष्ठता सिद्ध हो चुकी है वह कालजयी और श्रेष्ठ साहित्य विश्व साहित्य है. जैसे ‘ डिवाइन कॉमेडी ', ‘ डान कोहटे ', ‘ पैराडाइज लॉस्ट ', ‘ अभिज्ञान शाकुंतल ', ‘ कुमार संभव ' आदि की श्रेष्ठता देश और काल से ऊपर है.