जैसे-जैसे हम बूढे होते जाते हैं, डी.एन.ए. क्षतिग्रस्त होता जाता है जिसका परिणाम यह होता है कि जैनेटिक (जननिक) प्रोग्राम गडबडा जाता है और हम में बुढापे के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
42.
हाल ही में हुए विभिन्न जातियों को पृथक करने, पहचानने व विभिन्न टैक्सोनॉमी पैमानों पर उनके विभिन्न समूहों के बीच संबंध ढूंढने हेतु डी.एन.ए. प्रयोग पारजैवज्ञों के लिये अत्यधिक महत्वपूर्ण व सहायक रहे हैं।
43.
यादें किस चीज़ से बनती हैं? चूहों पर किए गए कुछ प्रयोगों से पता चला है कि हमारी यादें हमारे ही डी.एन.ए. पर लगी कुछ टोपियेां की मदद से सहेजी जाती हैं ।
44.
हाल ही में हुए विभिन्न जातियों को पृथक करने, पहचानने व विभिन्न टैक्सोनॉमी पैमानों पर उनके विभिन्न समूहों के बीच संबंध ढूंढने हेतु डी.एन.ए. प्रयोग पारजैवज्ञों के लिये अत्यधिक महत्वपूर्ण व सहायक रहे हैं।
45.
इसी कड़ी में सी. सी.एम.बी. द्वारा विकसित डी.एन.ए. फिंगर प्रिंटिंग तकनीक के बारे में विविध न्यायाधीश, पुलिस, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फोरेन्सिक विशेषज्ञों को नियमित रूप से प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम भी विकसित किया गया है
46.
पंजाब के विभिन्न जिलों में किसानों / कामगारों पर कीटनाशक दुष्प्रभाव से होने वाले जेनेटिक क्षय का मूल्यांकन विषय पर अध्ययन के अंतर्गत खून की जांच करने पर 36 प्रतिशत किसानों के डी.एन.ए. पर दुष्प्रभाव पाया गया।
47.
बिना किसी विवाद में पड़े, मैं सिर्फ़ इतना कहूँगा की जो क्लोन वैज्ञानिकों ने बनाया था उसमें भी आरम्भिक ऊत्तक या डी.एन.ए. पहले से जीवित भेड़ से उठाया गया था, जिसको ईश्वर ने ही रचा था।
48.
गुवानिन, ऐडेनिन एवं साइटोसिन के संग, डी एन ए एवं आर एन ए, दोनों में ही उपस्थित रहता है, जबकि थाइमिन मात्र डी.एन.ए. में ही पाया जाता है, व यूरेसिल मात्र आर.एन.ए. में ही पाया जाता है।
49.
4. 2 धान के पी.आई.-के.एच. जीन की उच्चवियोजन मानचित्रण एवं क्लोनिंग जीन का उच्च वियोजन मानचित्रण और क्लोनिंग केन्द्र धान और सरसों की बीमारी के प्रतिरोधी जीन से संबंधित डी.एन.ए. मारकर्स बनाने में बड़े जोर-शोर से लगा हुआ है।
50.
गुवानिन, ऐडेनिन एवं साइटोसिन के संग, डी एन ए एवं आर एन ए, दोनों में ही उपस्थित रहता है, जबकि थाइमिन मात्र डी.एन.ए. में ही पाया जाता है, व यूरेसिल मात्र आर.एन.ए. में ही पाया जाता है।