| 41. | गीता में भगवान कह रहे है-ये यथा माम् प्रपद्यन्ते तांस तथैव भजाम्यहम्।
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| 42. | आठ मुखी रुद्राक्ष अष्टवक्त्रो महासेनः साक्षाद्देवो विनायकः, अन्नकूटं तूलकूटं स्वर्णकूटं तथैव च ।
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| 43. | मन्दाकिनीं वैतरणीं कोषां चापि महानदीम्।।”-(महाभारत-भीष्मपर्व-9/34) “मन्दाकिनीदशार्णा च चित्रकूटा तथैव च।
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| 44. | अलङ्कार-शब्दः शरीरस्य शोभातिशयकारित्वान्मुख्यतया कटकादिषु वर्तते, तत्कारित्वसामान्यादुपचारादुपमादिषु, तद्वदेव च तत्सदृशेषु गुणेषु,४ तथैव च तदभिधायिनि ग्रन्थे ।
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| 45. | अश्चार्यवत पश्यति कश्चिदेनम आश्चर्यवाद वदति तथैव चान्यः आस्चार्यावाचैन्मन्याह श्रुणोति श्रुत्वाप्येनं वेड न चैव कश्चित्!!!
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| 46. | “काकचेष्टा, बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च, अल्पाहारी, गृहत्यागी, विद्यार्थी पञ्च लक्षणं”
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| 47. | श्लोक है-काक-चेष्टा, वको-ध्यानं, श्वान-निद्रा तथैव च, अल्पाहारी, गृहत्यागी विद्यार्थीं पंच लक्षणम् ।।
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| 48. | माता चैव पिता तस्या, ज्येष्ठो भ्राता तथैव च, त्रयस्ते नरकं यान्ति, दृष्ट्वां कन्यां रजस्वलाम्।
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| 49. | यह बात शब्दकोष की दूसरे किताबों में भी तथैव इसी मूलपाठ या समान मूलपाठ के साथ मौजूद है।
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| 50. | किसी ऐतिहासिक व्यक्ति या वस्तु की तथैव अथवा काल्पनिक प्रतिकृति जो मिट्टी या पत्थर में बनाई जाए प्रतिमा कहलाती है।
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