यद्यपि श्रीमती सोनिया गांधी का यह बहुत बड़ा बड़प्पन था कि भारतीय संविधान में उनको प्रधानमंत्री के पद पर आसीन होने में कोई रूकावट नहीं थी तदापि उन्होंने इस पद को स्वीकार नहीं किया तथा अब तत्कालीन राष्ट्रपति माननीय श्री कलाम द्वारा वास्तविकता बताने के बाद तो यह निर्विवाद रूप से यह कहा जा सकता है कि यह माननीय सोनिया जी का महान त्याग था।
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Copy Left ” है ; तदापि पाठकगण से नम्र निवेदन है कि अपने मित्रों को प्रसारित (फारवर्ड) करते समय अथवा अपने ब्लॉग पर डालते समय रचनाकार को एक ईमेल द्वारा सूचित कर के अथवा एक लिंक दे कर प्रोत्साहन दें l हमारा मानना है कि-Criticism is Catalyst to Creativity या फिर यूँ समझ लीजिये कि-निंदक नियरे रखिये आंगन कुटी छवाय ……
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जनक छन्द एक नया छन्द है, तदापि इसके प्रणेता डॉ. ओम्प्रकाश भाटिया ‘ अराज ' जी के व्यक्तित्व एवं जनक छन्द के लिए उनके तमाम प्रयासों, जनक छन्द की पृष्ठ-भूमि एवं विकास यात्रा और उसकी रचना-प्रक्रिया व रचनात्मकता के तमाम पक्षों आदि को विस्तार से आलेखों, साक्षात्कार एवं प्रतिनिधि जनक छन्द रचनाओं के माध्यम से सामने रखा गया है जनक छन्द विशेषांक (अंक 20) में।
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केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मन्त्री प्रदीप जैन आदित्य ने लोकसभा सदस्य श्रीमती हरसिमरत कौर बादल के द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब में बताया है कि ग्रामीण विकास मन्त्रालय पंजाब सहित देश भर में विशेश रूप से महिलाअों के लिये कोई योजना कार्यािन्वत नही कर रहा है तदापि यह मन्त्रालय पंजाब सहित देशभर में ग्रामीण महिलाअों की कवरेज के लिये विशेश प्रावधानों वाले दो रोजगार सृजन कार्यक्रम महात्मा गांधी नरेगा तथा स्वर्ण जयन्ती ग्रामीण स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई का क्रियानवन करा रहा है।