रोमानिया में १७ अगस्त १९५३ को जन्मीं हर्ता म्यूलर जर्मन उपन्यासकार, कवियित्री, और निबंधकार हैं, और वे साम्यवादी रोमानिया में निकोलाइ चाउसेस्कु के दमनकारी शासन के दौरान जीवन की कठोर परिस्थितियों का सजीव चित्रण करने के लिए जानी जाती हैं।
42.
जो “लॉन्गशैंक्स” (पैट्रिक मैकगूहान) के रूप में जाने जाते हैं, ने दक्षिणी स्कॉटलैंड के अधिकांश भाग पर कब्ज़ा किया हुआ था, और वहा उनके दमनकारी शासन के कारण विलियम वालेस के पिता और भाई की मृत्यु हो जाती है.
43.
एक तरफ पडोसी सुडान की समस्याओं से ग्रसित सुडानी लोग चाड में दाखिल हो रहे हैं और वहाँ शरणार्थी की तरह रहना चाहते हैं, दूसरी तरफ चाड के शासक इदरिस डेबी के दमनकारी शासन से आम जनता त्रस्त हो चुकी है.
44.
मुंडे ने 9 अगस्त को एक सत्याग्रह का नेतृत्व किया था और दो महीने के लिए भूमिगत करने के लिए संपूर्ण क्रांति का संदेश फैलाने के लिए और कांग्रेस (आई) के दमनकारी शासन के खिलाफ लोगों के बीच असंतोष का आयोजन.
45.
एक तरफ पडोसी सुडान की समस्याओं से ग्रसित सुडानी लोग चाड में दाखिल हो रहे हैं और वहाँ शरणार्थी की तरह रहना चाहते हैं, दूसरी तरफ चाड के शासक इदरिस डेबी के दमनकारी शासन से आम जनता त्रस्त हो चुकी है.
46.
एक तरफ पडोसी सुडान की समस्याओं से ग्रसित सुडानी लोग चाड में दाखिल हो रहे हैं और वहाँ शरणार्थी की तरह रहना चाहते हैं, दूसरी तरफ चाड के शासक इदरिस डेबी के दमनकारी शासन से आम जनता त्रस्त हो चुकी है.
47.
विदेशी मुद्रा की बरामदगी ने 1999 में उठे सवाल को फिर से उछाल दिया है कि क्या दोरजी का भागकर भारत आना चीन द्वारा प्रायोजित था या फिर वह वास्तव में चीन के दमनकारी शासन से परेशान होकर वहां से भाग निकला था।
48.
हाँ, यह ज़रूर होगा कि वह सत्ता पूँजीपति वर्ग की तानाशाही को किसी एक निरंकुश तानाशाह के नग्न दमनकारी शासन के रूप में नहीं स्थापित करेगी, बल्कि अधिक वर्चस्वकारी पूँजीवादी संसदीय जनतन्त्र के जरिये पूँजीपति वर्ग की तानाशाही के रूप में लागू करेगी।
49.
13वीं सदी के अतिकाल में, इंग्लैंड के अंग्रेज़ी राजा एडवर्ड I, जो “लॉन्गशैंक्स” (पैट्रिक मैकगूहान) के रूप में जाने जाते हैं, ने दक्षिणी स्कॉटलैंड के अधिकांश भाग पर कब्ज़ा किया हुआ था, और वहा उनके दमनकारी शासन के कारण विलियम वालेस के पिता और भाई की मृत्यु हो जाती है.
50.
इन्होने अपनी मासिक पत्रिका इन्डियन सोशियोलोजिस्ट के प्रथम अंक में ही लिखा था कि अत्याचारी शासक का प्रतिरोध करना न केवल न्यायोचित है अपितु आवश्यक भी है और अंत में इस बात पर भी बल दिया कि अत्याचारी, दमनकारी शासन का तख्ता पलटने के लिए पराधीन जाती को सशस्त्र संघर्ष का मार्ग अपनाना चाहि ए.