मेरे साथ हमेशा वह दयालुता से पेश आती थी जबकि वह मुझ से भी उन्हीं तानों वाले अंदाज में बात करती जो उसने साठ साल के कष्टों और अनादर से जूझने के अनुभव के कारण हासिल किये थे।
42.
कंजूसी से जीवन में थोड़ा के दो इशारों बनाया, और दिन के प्रभावित करता है, संगत है या नहीं, दयालुता से भरा मेहमान के रूप में कदम होगा, नाजुक देखभाल के साथ परेशान नहीं करने के लिए..
43.
“وَهُوَ الَّذِي خَلَقَ مِنَ الْمَاءِ بَشَرًا فَجَعَلَهُ نَسَبًا وَصِهْرًا وَكَانَ رَبُّكَ قَدِيرً”25: 54″उसने दयालुता से अपना हिस्सा दे दिया और, उसे सचमुच उच्च ख्याति मिली ” सूरा-मरियम 19:50 “وَوَهَبْنَا لَهُمْ مِنْ رَحْمَتِنَا وَجَعَلْنَا لَهُمْ لِسَانَ صِدْقٍ عَلِيًّا “19:50
44.
‘क्रीचर ने भी अच्छा काम किया है, ' हर्माइनी ने दयालुता से कहा, लेकिन कृतज्ञ दिखने के बजाय क्रीचर ने अपनी बड़ी-बड़ी, लाल आँखें उससे दूर हटा लीं और छत की तरफ़ देखते हुए बोला, ‘बदजात क्रीचर से कुछ बोल रही है ।
45.
तीखी लेकिन दयालुता से भरी मुस्कान लिये उन्होने उत्तर दिया, “ क्यों? यहाँ प्रेम करने का कोई कारण मुझे नहीं दिखता और सिर्फ इस वजह से मैं तुमारा चुम्बन नहीं ले सकता कि यहाँ का दृश्य तुम्हे बेहद पसन्द आया है. ”
46.
वरन प्रश्न था कि कर्मचारियों के बीच भ्रष्टाचार का सामना करते हुए, शत्रुओं की घुसपैठ या आक्रमण की अवस्था में और प्रजा के द्वारा सामाजिक अव्यवस्था की स्थिति में क्या राजा का इन लोगों से व्यवहार नैतिक संकोच, सत्यवादिता, निष्पक्षता और दयालुता से नियंत्रित होना चाहिए?
47.
यदि उनमें से कोई एक या दोनों ही तुम्हारे सामने बुढ़ापे को पहुँच जाएँ तो उन्हें ‘ उँह ' तक न कहो और न उन्हें झिझको, बल्कि उनसे शिष् टापूर्वक बात करो ॥ 23 ॥ और उनके आगे दयालुता से नम्रता की भुजाएँ बिछाए रखो और कहो, “
48.
जैसा कि जाबिर अब्दुल्लाह से वर्णन है कि रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमायाः “अल्लाह उस व्यक्ति पर दया करे जो लोगों के साथ नरमी तथा दयालुता से पेश आता है जब वह खरीदता और बेचता है, और लोगों से अपना कर्ज़ वापस माँगता है तो अच्छे तरीके माँगता है।
49.
जैसा कि जाबिर अब्दुल्लाह से वर्णन है कि रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमायाः “ अल्लाह उस व्यक्ति पर दया करे जो लोगों के साथ नरमी तथा दयालुता से पेश आता है जब वह खरीदता और बेचता है, और लोगों से अपना कर्ज़ वापस माँगता है तो अच्छे तरीके माँगता है।
50.
यह प्रतीत होता है कि अगर यह तुम्हारा घर है और तुम घर के सिर रहे हैं यह तुम हो कि निर्धारित नियमों और है कि आपके भतीजियों, जो अपने ही छत के नीचे रह रहे हैं आप और आपकी पत्नी की दयालुता से बाहर हैं कि जरूरत है होगा उनके व्यवहार को समायोजित करने के लिए, आपको नहीं लगता?