गणतंत्र ने अपनी आपत्ति बताई-' गणतंत्र का आशय उस व्यवस्था से है जिसमें गण द्वारा अपनी रक्षा के लिए प्रशासन को दी गयी गन का प्रयोग कर प्रशासन गण का दमन जन प्रतिनिधियों कि सहमति से करते हों.' ' जनतंत्र वह प्रणाली है जिसमें जनमत की अवहेलना करनेवाले जनप्रतिनिधि और जनगण की सेवा के लिए नियुक्त जनसेवक मिलकर जनगण कि छाती पर दाल दलना अपना संविधान सम्मत अधिकार मानते हैं.
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गणतंत्र ने अपनी आपत्ति बताई-' गणतंत्र का आशय उस व्यवस्था से है जिसमें गण द्वारा अपनी रक्षा के लिए प्रशासन को दी गयी गन का प्रयोग कर प्रशासन गण का दमन जन प्रतिनिधियों कि सहमति से करते हों. ' ' जनतंत्र वह प्रणाली है जिसमें जनमत की अवहेलना करनेवाले जनप्रतिनिधि और जनगण की सेवा के लिए नियुक्त जनसेवक मिलकर जनगण कि छाती पर दाल दलना अपना संविधान सम्मत अधिकार मानते हैं. '-जनतंत्र ने कहा.