हक़ीक़त तो यह है कि दानिशमंद लोग चर्चा बहुत करते हैं लेकिन जो लोग कौमार्य की बात करते हैं उन तक न किसी दानिशमंद की पहुँच है और न ही उन तक पहुँच कर कोई इस बारे में जागरूक करने वाला है.
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हक़ीक़त तो यह है कि दानिशमंद लोग चर्चा बहुत करते हैं लेकिन जो लोग कौमार्य की बात करते हैं उन तक न किसी दानिशमंद की पहुँच है और न ही उन तक पहुँच कर कोई इस बारे में जागरूक करने वाला है.
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हक़ीक़त तो यह है कि दानिशमंद लोग चर्चा बहुत करते हैं लेकिन जो लोग कौमार्य की बात करते हैं उन तक न किसी दानिशमंद की पहुँच है और न ही उन तक पहुँच कर कोई इस बारे में जागरूक करने वाला है.
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हक़ीक़त तो यह है कि दानिशमंद लोग चर्चा बहुत करते हैं लेकिन जो लोग कौमार्य की बात करते हैं उन तक न किसी दानिशमंद की पहुँच है और न ही उन तक पहुँच कर कोई इस बारे में जागरूक करने वाला है.
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दुकानदार बहुत कातर भाव में आ गया-“ नाथ आज मैं काह न पावा ” की भाव भंगिमा बन गयी उसकी-मैंने कहा कि ऐसे दानिशमंद तुम्हारी दुकान पर बार बार आयें और उधार करें तो तुम्हारा सचमुच उद्धार हो जाय.
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बड़ी ईता (ईता-ए-जली) वो है जिसमें दोष साफ दिख जाता है जैसे दानिशमंद और दौलतमंद को यदि मतले में काफिया बनाते हैं तो जो मंद है वो हटने के बाद दौलत और दानिश शब् द बच रहे हैं जो दोनों ही अर्थवान हैं ।
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दानिशमंद यह भी कहते हैं कि जब दुनिया में आर्थिक व भू-भौतिक माहौल आकर्षक व सुरक्षा का हो तब सोना खरीदना या सोने में निवेश करना बुद्धिमानी है, क्योंकि तब सोने के भाव काफी सस्ते होते हैं और उसमें तूफानी घट-बढ़ की स्थिति नहीं रहती है।
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पोस्ट स्क्रिप्ट-लौट कर देखूंगा कि मजाक मज़ाक में जो wiseman ne अपने wall पे विमला मौसी वाली तुकबंदी की है उसे कितने प्रशंसक मिलते हैं … क्या पाठकों की ज़मात में कोई इतना दानिशमंद मिल भी पायेगा जो यह समझ पाए की वह कविता नहीं है एक मज़ाक है.
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वह 1656 से 1668 तक भारत में बारह वर्ष तक रहा और मुगल दरबार से नजदीकी रूप से जुड़ा रहा-पहले सम्राट शाहजहाँ के ज्येष्ठ पुत्र दारा शिकोह के चिकित्सक के रूप में और बाद में मुगल दरबार के एक आर्मीनियाई अमीर दानिशमंद ख्ना के साथ एक बुद्धिजीवी तथा वैज्ञानिक के रूप में।
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मेरी राय पर अपनी राय ज़रूर दें, आप जैस दानिशमंद मुसलमान को देखकर एहसास होता है कि कुछ ऐसे हिम् मत वाले भी पैदा होते हैं जो सदियों से मुसल् सल तौर पर ज़ेहनों में पेवस् त किए जा रहे इस ज़हर को भी मात देकर खुली आंखों से देखने और खुले ज़ेहन से सोचने का माद्दा रखते हैं...