| 41. | दीर्घतमा के वीर्य से दासी के गर्भ से कक्षीवान आदि ग्यारह वेदपाठी पुत्र उत्पन्न हुए।
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| 42. | इससे दीर्घतमा नित्य ही चिन्तित रहता और उसकी स्त्री प्रद्वेषी कभी उससे सन्तुष्ट नहीं रहती थी।
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| 43. | जब कभी भी दीर्घतमा कोई बात कहता तो वह रोष भरे स्वर में उसका उत्तर देती।
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| 44. | यह निर्लज्ज हमारे बीच रहने योग्य नहीं है और ऐसा विचार करके उन्होंने दीर्घतमा को छोड़ दिया।
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| 45. | दीर्घतमा के कई पुत्र थे लेकिन परिवार इतना निर्धन था कि खाने का कहीं ठिकाना नहीं था।
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| 46. | महाध्यान में दीर्घतमा का स्वर ही प्रखर है, आचार्यों के स्वर जैसे उनके शिष्यों द्वारा दुहराव है।
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| 47. | यही सबसे लम्बी और बड़ी (दीर्घतमा) नस (नाड़ी) है: गृधसी या सियाटिका.
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| 48. | वे सुदेष्णा के पास गए और उन्होंने फिर उसे दीर्घतमा के द्वारा गर्भधारण के लिए राजी कर लिया।
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| 49. | दीर्घतमा साहब, यह कह लेने भर से कुछ नहीं होने वाला कि कश्मीर भारत का है!
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| 50. | इस प्रकार के निदर्शन विश्वामित्र तथा दीर्घतमा के पुत्रों मधुछन्दा एवं कक्षीवान् या कक्षीवत् में देखा जा सकता है।
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