| 41. | रुक्मिणी द्वार पर खड़ी देत तक रोती रही।
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| 42. | यही शरीर जीवात्मा के मुक्ति का द्वार है।
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| 43. | सूरदास-मेरे घर न द्वार, रखूँगा कहाँ?
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| 44. | मुख्य द्वार की तो बात ही निराली है।
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| 45. | होटल के सामने प्रवेश द्वार पर कार्यालय स्थान,
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| 46. | द्वार गणेश पोल कहलाता है, जिसकी नक्काशी अत्यन्त
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| 47. | बारात द्वार पर आ चुकी होगी, यह
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| 48. | अर्थात प्रभु की भक्ति मोक्ष का द्वार है।
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| 49. | यह स्वर्ग और नर्क दोनों का द्वार है।
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| 50. | धरौ द्वार पैं कुंजरै ज्यों घटा को ।
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