ऐ हामान मेरे लिये ऊंचा महल बना शायद मैं पहुंच जाऊं रास्तों तक {36} काहे के रास्ते आसमानों के तो मूसा के ख़ुदा को झाँक कर देखूं और बेशक मेरे गुमान में तो वह झूटा है (19) (19) यानी मूसा मेरे सिवा और ख़ुदा बताने में और यह बात फ़िरऔन ने अपनी क़ौम को धोख़ा देने के लिये कही क्यों कि वह जानता था कि सच्चा मअबूद सिर्फ़ अल्लाह तआला है और फ़िरऔन अपने आपको धोख़ा धड़ी के लिये ख़ुदा कहलवाता है.