| 41. | यह चूर्ण 3 ग्राम एक गिलास चावल के धोवन के साथ सुबह-शाम दें।
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| 42. | दोनों हाथों के धोवन को अलग-अलग शीशियों में डालकर सील मोहर किया गया।
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| 43. | धोवन की शीशीया व पेन्ट शर्ट बाद गुजरने मियाद अपील नष्ट की जावे।
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| 44. | धोवन की शीशीयॉ व शर्ट बाद गुजरने मियाद अपील नियमानुसार नष्ट की जावे।
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| 45. | फिर उन्होने बाबूसिंह के दोनों हाथों का धोवन लिया जो गुलाबी हो गया।
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| 46. | फिर पटवारी के दोनों हाथों का धोवन लिया गया जो गुलाबी हो गया।
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| 47. | फिर पटवारी बाबूसिंह के दोनों हाथों का धोवन लेकर उसे सीलबन्द किया गया।
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| 48. | फिर वासबेसिन पर पडे़ तोलिया का धोवन लिया गया जो गहरा गदमेला हुआ।
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| 49. | फिर सम्पतराज के दोनों हाथों का धोवन लेकर शीशियों में सीलबन्द किया गया।
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| 50. | वहां पर बरामदगी व हाथ धोवन की फर्द प्रदर्श पी. 10 बनाई गई।
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