____________________ आसपास लगता है क्यों कि तुम हो आसपास इन्द्रधनुष का एक रंग जो लाल मौली सा खिंचा था क्षितिज के आसपास बांध दिया था सूरज को उस मौली से आज, मैं हरी दूब सी बिछी पकड़े हुई थी दूसरा सिरा सूरज को गांठ में बांध कर नितल में छोड़ आई थी, तुमने बदमाशी की थी, रात को तुम गहराई से निकाल लाए थे, आज पत्ते से लटकी ओस की बूँद में तारे सा सूरज झिलामिला रहा था।