| 41. | पीत सागर में गिरनेवाली नदियाँ जापान की नदियों से बड़ी हैं और कुछ बहुत दूर तक, वशेषकर ज्वारमाटा के समय में नौगम्य है।
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| 42. | एक जलसंयोगी या जलडमरूमध्य या जलसंधि, एक संकीर्ण नौगम्य जलांतराल (चैनल) होता है जो दो बड़े नौगम्य जलनिकायों को आपस में जोड़ता है।
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| 43. | एक जलसंयोगी या जलडमरूमध्य या जलसंधि, एक संकीर्ण नौगम्य जलांतराल (चैनल) होता है जो दो बड़े नौगम्य जलनिकायों को आपस में जोड़ता है।
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| 44. | उथली नदियों को जलपाश, जो पानी की गहराई बढ़ाने के साथ इसे विनियमित भी करता है, की संस्थापना के द्वारा नौगम्य बनाया जा सकता है।
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| 45. | उथली नदियों को जलपाश, जो पानी की गहराई बढ़ाने के साथ इसे विनियमित भी करता है, की संस्थापना के द्वारा नौगम्य बनाया जा सकता है।
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| 46. | स्थान, वाणिज्यिक मांग और हवा एंव लहरों से शरण के लिए, भूमि और नौगम्य पानी के अधिगम को उपयुक्त बनाने के लिए चयनित किये जाते हैं.
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| 47. | नदी नहीं सभी नौगम्य है, संगमरमर कदम की उपस्थिति के लिए, पुराने रोमन पुलों और नेतृत्व लंगर की तरह अन्य छिपे खजाने की बनी हुई है.
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| 48. | उथली नदियों को जलपाश, जो पानी की गहराई बढ़ाने के साथ इसे विनियमित भी करता है, की संस्थापना के द्वारा नौगम्य बनाया जा सकता है।
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| 49. | नहीं सभी नदी नौगम्य संगमरमर कदम की उपस्थिति के लिए है, ओल्ड रोमन और पुलों और अन्य छुपे हुए खजाने के नेतृत्व लंगर की तरह रहता है.
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| 50. | बंदरगाह स्थान, वाणिज्यिक मांग और हवा एंव लहरों से शरण के लिए, भूमि और नौगम्य पानी के अधिगम को उपयुक्त बनाने के लिए चयनित किये जाते हैं.
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