| 41. | कहे कबीर पाखण्ड सब झूठे सदा निराश।।
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| 42. | में धार्मिक पाखण्ड का रहस्योद्धाटन किया है.
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| 43. | खोखली धार्मिकता और कर्मकाण्ड निरन्तर पाखण्ड में बदलते जा
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| 44. | उसने मुझे नफ़रत से देखा-पाखण्ड है
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| 45. | आडम्बर, ढकोसला, ढोंग, पाखण्ड, वास्तविकता / हाइपोक्रिसी
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| 46. | और पाखण्ड को ही धर्म समझते हैं
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| 47. | क्यों पाखण्ड देह को क्षुद्र कह कर?
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| 48. | झूठ और पाखण्ड का भंडाफोड़ करना जरूरी है.
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| 49. | अज्ञान, पाखण्ड भरी धरती पर, ज्ञान का झण्डा फहराया
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| 50. | केवल पाखण्ड के ऊपर चातुर्वर्ण्य व्यवस्था खड़ी है.
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