दाईं ओर जाली के पास श्वेत पत्थर में निर्मित नृत्यरत गणेशजी की दुर्लभ मूर्ति है तथा मंदिर के पार्श्व भाग के एक आलिए में महिषासुरमर्दनी की प्रतिमा का शिल्प उल्लेखनीय है।
42.
इसके पार्श्व भाग (lateral side) में मध्य से थोड़ा ऊपर एक खुरदरी ट्यूबरकल होती है, जिसे डेल्टॉइड ट्यूबरोसिटी (त्रिकोणीकार गण्डक) (deltoid tuberosity) कहते हैं।
43.
इसमें पंख के अग्र भाग के किनारे इसकी लगभग पूरी लंबाई में लगे फ्लैप्स तथा इसी तरह से पार्श्व भाग के किनारे तीन भागों में बंटे जटिल खांचेदार फ्लैप्स शामिल हैं.
44.
इसमें पंख के अग्र भाग के किनारे इसकी लगभग पूरी लंबाई में लगे फ्लैप्स तथा इसी तरह से पार्श्व भाग के किनारे तीन भागों में बंटे जटिल खांचेदार फ्लैप्स शामिल हैं.
45.
मूलनायक पंच बालयति मंदिर के शिखर में वर्तमान तीर्थंकरों के 24 जिनबिंब स्थापित किए जा रहे हैं तथा शिखर के पार्श्व भाग में भूतकालिक 24 तीर्थंकरों के 24 जिनबिंब स्थापित हो रहे हैं।
46.
पूर्व दिशा उसका शीर्ष भाग (सिर), उत्तर-दक्षिण दिशाएं उसका पार्श्व भाग औ द्युलोक उसका पृष्ठ भाग, अन्तरिक्ष उदर, पृथ्वी वक्षस्थल और अग्नि तत्त्व उस विराट पुरुष की आत्मा बने।
47.
सतपूड़ा की रानी कहे जाने वाले पचमढ़ी के पार्श्व भाग में 3000 फुट ऊँची पर्वत शृंखलाओं से तीन ओर से घिरी एक सुरम्य घाटी, मानो स्वर्ग ही अवतरित हो गया हो इस पाताल में.
48.
युद्वविद्या की एक युक्ति जिसमें संडसी की दानो डासो की तरह शत्राु की सेना के दो भाग कर दिये जाते है प्रधन भाग घेर लिया जाता है तथा दोनो पार्श्व भाग नष्ट कर दिये जाते है
49.
झाँकी के पार्श्व भाग (ट्रेलर भाग) में राम यंत्र, वृहद् एवं लघु सम्राट यंत्र, जय प्रकाश यंत्र आदि के साथ जयपुर के स्थापत्य से सम्बंधित विभिन्न डिजाइनों की जालियाँ, कँगूरे एवं झरोखों को प्रदर्शित किया गया है।
50.
[117] [118] पूर्व के रूपांतरों की तुलना में 747 SP में, धड़ का पिछला ऊपरी भाग, पार्श्व भाग की ओर ढलवां था, दोहरे कब्जे वाली पतवार तथा लंबी, ऊर्ध्वाधर और क्षैतिज विमान-पतवार थी.