| 41. | पैग़ंबर साहब ने भी इसे अनवरत रूप से जारी रखा और खुद भी की।
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| 42. | अल्लाह तआला ने प्रत्येक पैग़ंबर को भेजा, और जिस पर प्रत्येक उतरने वाली किताब
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| 43. | रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत किया है कि उन्हों ने कहा कि अल्लाह के पैग़ंबर
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| 44. | अल्लाह के पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम इज़खिर (नामी घास) की जड़ से मनी
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| 45. | किया करता था, तो मैं ने अल्लाह के पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से
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| 46. | उसके भेजे हुये पैग़ंबरों में से एक पैग़ंबर हैं, जिन्हें अल्लाह तआला ने बनी
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| 47. | अन्हुमा से रिवायत किया है कि उन्हों ने कहा: “अल्लाह के पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि
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| 48. | पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने हुदैबिया के स्थान पर रात की बारिश के बाद
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| 49. | अन्हु से रिवायत है कि अल्लाह के पैग़ंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया:
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| 50. | ऐसा वो दूसरे पैग़ंबरों पर अपने पैग़ंबर की बरतरी ज़ाहिर करने के लिए करते थे।
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