| 41. | एक ऐसी भाषा जिसके जनमने के बाद उसकी मां पैशाची मृतप्राय हो जाती है।
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| 42. | इस प्रकार यह भाषा वैयाकरणों की पैशाची प्राकृत का पूर्वरूप कही जा सकती है।
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| 43. | पैशाची भाषा में विरचित गुणाढ्य कृत बृहत्कथा की भारतीय साहित्य में बड़ी ख्याति है।
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| 44. | इस प्रकार यह भाषा वैयाकरणों की पैशाची प्राकृत का पूर्वरूप कही जा सकती है।
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| 45. | पैशाची, सौर सेनी से बनी, तथा इसमें नेपाली, गढ़वाली, बंगला शब्दों की भरमार है।
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| 46. | उसी मूल उपाख्यान को क्रमशः काणभूति और गुणाढय ने प्राकृत पैशाची भाषाओं में विस्तावूर्वक लिखा।
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| 47. | पश्तो तथा उसके समीपवर्ती दरद भाषाएँ पैशाची से उत्पन्न एवं प्रभावित हुई पाई जाती हैं।
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| 48. | मूल पैशाची में लिखित “ बहुकहा ” कथा सरित्सागर, बृहत्कथा आदि का उपजीव्य बनी।
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| 49. | बृहत्कथा अपने मूल रूप में पैशाची भाषा में ‘बड्डकहा ' के नाम से लिखी गई थी।
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| 50. | ' पशाई ' पैशाची से निकली है, और लगभन के देहकानों की बोली है।
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