-लेखक का नाम, पता, ईमेल, प्रकाशक का नाम, पता, प्रकाशन की तारीख, कॉपीराइट से संबंधित सूचनाएं, आईएसबीएन नंबर, कोई कानूनी सूचना, आभार प्रदर्शन, डिसक्लेमर वगैरह को अपनी पाण्डुलिपि के पहले दो पेज में रखें।
42.
अगर किसी को नहीं मिला हो तो प्रकाशन की तारीख, संस्थान का नाम और राशि लिखकर उन्हें 9977802499 पर एसएमएस किया जा सकता है, ताकि उन्हें यह पता लग सके कि पूरा भुगतान करने के बाद भी कितनी देनदारी अभी झाबुआ पावर की बाकी है।
43.
इसके अलावा धारा 14 (ए) (3) में एक प्रावधान किया गया था कि चुनाव की अवधि अधिसूचना द्वारा छः महीने तक बढ़ायी जा सकती थी लेकिन यह अवधि अधिसूचना के प्रथम प्रकाशन की तारीख से दो वर्षों से अधिक के लिए नहीं बढ़ायी जा सकती थी.
44.
प्रकाशक, रिचर्ड कार्ल श्मिट, शायद एक विशुद्ध व्यवसाय मकसद (आने वाले वर्ष में नए देख किताब रखने के लिए) और इस तिथि अक्सर गलती से प्रकाशन की वास्तविक तिथि के रूप में दिया जाता है से, एक प्रकाशन की तारीख के रूप में वर्ष 1929 मुद्रि त.
45.
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू ने केंद्र / राज्य सरकारों, संघ शासित प्रदेशों और विधिक प्राधिकरणों (स्टैचुअरी अथॉरिटीज़) को एक पत्र जारी कर कहा है कि सरकारी विज्ञापनों / नोटिसों के प्रकाशन की तारीख से एक महीने के भीतर अखबार प्रबंधनों को पेमेंट दिया जाए।
46.
(अ) उसकी मृत्यु के बाद पचास वर्षों तक (ब) प्रकाशन की तारीख से पचास वर्षों तक (स) लेखक की मृत्यु के बाद पचहत्तर वर्षों तक (द) लेखक की मृत्यु के बाद पचास वर्ष या प्रकाशन की तारीख से पचास वर्ष तक, इसमें जो भी बाद में हो
47.
(अ) उसकी मृत्यु के बाद पचास वर्षों तक (ब) प्रकाशन की तारीख से पचास वर्षों तक (स) लेखक की मृत्यु के बाद पचहत्तर वर्षों तक (द) लेखक की मृत्यु के बाद पचास वर्ष या प्रकाशन की तारीख से पचास वर्ष तक, इसमें जो भी बाद में हो
48.
(3) खंड (2) की कोई बात लोक सभा में राज्य के प्रतिनिधित्व पर तब तक प्रभाव नहीं डालेगी जब तक परिसीमन अधिनियम, 1972 के अधीन संसदीय निर्वाचन-क्षेत्रों के परिसीमन से संबंधित परिसीमन आयोग के अंतिम आदेश या आदेशों के भारत के राजपत्र में प्रकाशन की तारीख को विद्यमान सदन का विघटन न हो जाए।
49.
किसी ऐसी रचना पर जिसका लेखक उसके पहली बार प्रकाशन की तारीख को या ऐसे मामले में जहां उस तारीख तक लेखक का देहान्त हो चुका था, अपनी मृत्यु की तारीख को किसी दूसरे देश का नागरिक रहा हो जिस पर आदेश इस रूप में लागू होगा कि जैसे कि लेखक उस तारीख या समय को भारत का नागरिक रहा हो।
50.
किसी ऐसी रचना पर जिसका लेखक उसके पहली बार प्रकाशन की तारीख को या ऐसे मामले में जहां उस तारीख तक लेखक का देहान् त हो चुका था, अपनी मृत्यु की तारीख को किसी दूसरे देश का नागरिक रहा हो जिस पर आदेश इस रूप में लागू होगा कि जैसे कि लेखक उस तारीख या समय को भारत का नागरिक रहा हो।