| 41. | घुमक्कड़ विशिष्ट लेखक साक्षात्कार-एक बातचीत प्रज्ञ और मृदु मनु के साथ /
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| 43. | घुमक्कड़ विशिष्ट लेखक साक्षात्कार-एक बातचीत प्रज्ञ और मृदु मनु के साथ »
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| 44. | गीता श्लोक 2. 55-कामना रहित, आत्मा केंद्रित ब्यक्ति, स्थिर प्रज्ञ है ।
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| 45. | प्रख्यात चिन्तक एवं प्रज्ञ पुरुष श्री ओ० पी० शर्मा “सारथी” जी द्वारा अपने जीवन
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| 46. | * 2. 55 > कामना रहित आत्मा से आत्मा में संतुष्ट स्थिर प्रज्ञ होता है ।
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| 47. | घुमक्कड़ विशिष्ट लेखक साक्षात्कार-एक बातचीत प्रज्ञ और मृदु मनु के साथ » 1995
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| 48. | [च] गीता सूत्र-2.55 कामना रहित, स्थिर-प्रज्ञ होता है.....
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| 49. | घुमक्कड़ विशिष्ट लेखक साक्षात्कार-एक बातचीत प्रज्ञ और मृदु मनु के साथ » 2 22.
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| 50. | * 2. 56: विगत स्पृहा, बीत राग भय क्रोध रहित स्थिर प्रज्ञ होता है ।
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