| 41. | प्रज्ञाचक्षु सूरदास और महात्मा गोस्वामी तुलसीदास जैसे महाकवि हिन्दी-संसार में अब तक उत्पन्न नहीं हुए।
|
| 42. | साथ ही मेरा यह अनुरोध भी है कि अनिरुद्ध सरीखे प्रज्ञाचक्षु हमारे संगठन का मार्गदर्शन करें।
|
| 43. | मूलशंकर भी देव दयानंद तभी बने थे जब वे अपने गुरू प्रज्ञाचक्षु बिरजानंद के संपर्क में आए थे।
|
| 44. | इसी प्रकार अनेक वाद्यों पर अधिकार रखने वाले प्रज्ञाचक्षु संत गायक गुणिजन पुरी यहां के चर्चित कलाकार रहे।
|
| 45. | प्रोफ़ेसर लोढ़ा ने प्रज्ञाचक्षु सूरदास, बालमुकुन्द गुप्त-पुनर्मूल्यांकन, भक्ति तत्त्व, मैथिलीशरण गुप्त अभिनन्दन ग्रन्थ का संपादन भी किया.
|
| 46. | प्रज्ञाचक्षु श्रृंगार साहित्य के प्रधान आचार्य श्रीयुत् सूरदासजी की लेखनी ने श्रृंगार रस लिखने में जो कमाल दिखलाया है,
|
| 47. | जगद्गुरु रामभद्राचार्य दो मास की आयु में नेत्र की ज्योति से रहित हो गए थे और तभी से प्रज्ञाचक्षु हैं।
|
| 48. | जगद्गुरु रामभद्राचार्य दो मास की आयु में नेत्र की ज्योति से रहित हो गए थे और तभी से प्रज्ञाचक्षु हैं।
|
| 49. | यदि पश्चिमी हिन्दी के सर्वमान्य महाकवि प्रज्ञाचक्षु सूरदास जी हैं, तो पूर्वी हिन्दी के सर्वोच्च महाकवि गोस्वामी तुलसीदास है।
|
| 50. | जगद्गुरु रामभद्राचार्य दो मास की आयु में नेत्र की ज्योति से रहित हो गए थे और तभी से प्रज्ञाचक्षु हैं।
|