यहाँ इस विधि में तीन बातें समझनें के लिए हैं-१-प्राण-वायु, अपान-वायु तथा ह्रदय की धड़कन का आपसी सम्बन्ध क्या है?
42.
मेरी दुःखी आत्मा से निकलते ये शब्द शायद तुम्हारे भीतर कोई प्राण-वायु फूंक सकें... '' एक-एक शब्द गोली की तरह उनके कलेजे को छेदते चले गये।
43.
गुब्बारे से हवा निकलने की क्रिया से ही फूंक निकलना मुहावरा बना है बाद में इसमें मृत्यु के अर्थ में शरीर की प्राण-वायु निकलने का भाव समा गया।
44.
गुब्बारे से हवा निकलने की क्रिया से ही फूंक निकलना मुहावरा बना है बाद में इसमें मृत्यु के अर्थ में शरीर की प्राण-वायु निकलने का भाव समा गया।
45.
तेरे मधु-उपकारों से ही अब तक जीवन चलता आया तुम हो तब ही प्राण-वायु है, तुममें तम-सा घुलता आया तुम हो नहीं, कहाँ जीवन है?
46.
नाभि स्थल में चीरकाल से प्रसुप्त पड़ा हुआ सूर्यचक्र इस आगत प्रकाशवान् प्राण-वायु से प्रभावित होकर चमकीला हो रहा है और उसकी दमक बढ़ती जा रही है ।
47.
१ प्राण-वायु एवं अपांन-वायु असामान्य तब होती हैं जब मन में विचार उठनें की गति तेज होती है और ऐसी स्थिति में ह्रदय की धड़कन भी स्थिर नहीं रह पाती ।
48.
यदि हमें मानवता की रक्षा करनी है तो हवन को दिनचर्या का अंग बनाना ही होगा तभी परमात्मा क़े प्राण-वायु की रक्षा होगी जो जो मानव सहित प्राणी-मात्र क़े जीवन का मूलाधार है.
49.
अणु आयुधों के उपरांत विष बरसाने वाले रासायनिक अस्त्र और लेसर जैसी मृत्यु किरणें धीमे-धीमे प्रकाश में आ रही हैं और प्रतीत होता है कि प्राण-वायु बरसाने वाले बादलों से सुशोभित आकाश मरघट बनकर जलेगा।
50.
क्या हमें यह नहीं मालूम कि इन्हीं हरे-भरे पेड़ों की कृपा से हमें प्राण-वायु (ऑक्सीजन) मिलती है, जिससे हम सांस लेते हैं, हमारा दिल धड़कता है और जीवन चलता है.