अल्कोहल एवं प्रोड्यूसर गैस भी यद्यपि अच्छे ईधन हैं किंतु इनकेबनाने की सस्ती एवं सुगम तकनीक विकसित नहीं हो पाई, अतः आज की स्थिति मेंबायोगैस एवं वैकल्पिक ऊर्जा के रूप में दिनों दिन प्रचलित हो रहा है.
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राज् य में मिलने वाले कोयले को कोक में भी बदला जा सकता है और हलके, मध् यम व भारी तेल, फीनोल, ज़ाइनेलोल तथा प्रोड्यूसर गैस जैसे मूल् य वर्धित रसायन बनाए जा सकते हैं।
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चूंकि प्रोड्यूसर गैस संयंत्र कोयले, लकड़ी तथा अन्य जैव पदार्थों सेआसानी से चलाये जा सकते हैं, अतः यह आवश्यक है कि यह देखा जाय कि इस गैससे किस विधि से आसानी से प्रचलित पुराने इंजन चलाये जा सकते हैं.
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चूंकि प्रोड्यूसर गैस संयंत्र कोयले, लकड़ी तथा अन्य जैव पदार्थों सेआसानी से चलाये जा सकते हैं, अतः यह आवश्यक है कि यह देखा जाय कि इस गैससे किस विधि से आसानी से प्रचलित पुराने इंजन चलाये जा सकते हैं.
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चूंकि प्रोड्यूसर गैस संयंत्र कोयले, लकड़ी तथा अन्य जैव पदार्थों सेआसानी से चलाये जा सकते हैं, अतः यह आवश्यक है कि यह देखा जाय कि इस गैससे किस विधि से आसानी से प्रचलित पुराने इंजन चलाये जा सकते हैं.
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प्रारंभ में इंजन को पेट्रोल से चालूकरते हैं तथा जब यह गर्म हो जाता है तब प्रोड्यूसर गैस का नियंत्रण वाल्वखोल देते हैं जिससे गैस दहन कक्ष में जाने लगती है और इंजन में पेट्रोलकी जगह गैस ले लेती है.
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गैसोलीन (पेट्रोल) से चलने वाले इंजनों का दाबानुपात एक निश्चित अवधि से ज्यादाकरने पर शक्ति ह्रास प्रारंभ हो जाता है क्योंकि इंजन में अपस्फोटन चालूहो जाती है, किंतु प्रोड्यूसर गैस मिश्रण का दबाव बढ़ाने से इतनी जल्दीअपस्फोटन नहीं पैदा होती.
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गैसोलिन (पेट्रोल) से चलने वाले इंजनों का दाबानुपात एक निश्चित अवधि से ज्यादाकरने पर शक्ति ह्रास प्रारंभ हो जाता है क्योंकि इंजन में अपस्फोटन चालूहो जाती है, किंतु प्रोड्यूसर गैस मिश्रण का दबाव बढ़ाने से इतनी जल्दीअपस्फोटन नहीं पैदा होती.
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द्वि-ईधन इंजन, डीजल तथाप्रोड्यूसर गैस के मिश्रण से चलते हैं जब प्रोड्यूसर गैस समाप्त हो जातीहै तब मात्र डीजल से चलाये जाते हैं किंतु इन्हें मात्र गैस (१००प्रतिशत) से नहीं चलाया जा सकता जबकि चिनगारी दहन इंजन मात्र प्रोड्यूसरगैस (१०० प्रतिशत) से भी चलाये जा सकते हैं.
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द्वि-ईधन इंजन डीजल तथाप्रोड्यूसर गैस के मिश्रण से चलते हैं जब प्रोड्यूसर गैस समाप्त हो जातीहै तब मात्र डीजल से चलाये जाते हैं किंतु इन्हें मात्र गैस (१००प्रतिशत) से नहीं चलाया जा सकता जबकि चिनगारी दहन इंजन मात्र प्रोड्यूसरगैस (१०० प्रतिशत) से भी चलाये जा सकते हैं.