|तब स्वयंसेवक मिलिट्री के लांग बूट पहना करते थे और जवानों की ही तर्ज पर घुटने तक मोज़े होते थे | कालान्तर में लांग बूट की जगह सामान्य काले चमड़े के जूतों और साधारण मोजों ने ले ली थी | गणवेश बदलने को लेकर संघ के भीतर और बाहर चर्चाएं चल रहीं थी | संघ के पूर्व प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि फैसला हो चुका है, जल्द ही स्वयंसेवक चमड़े के जूते पहनना भी बंद कर देंगे |स्वयंसेवकों की ड्रेस यानी खाकी हाफपैंट और सफेद शर्ट में कोई परिवर्तन नहीं होगा |