ऐसी ही चर्चा किसी और नातेदार से माँ से मौसी से चाचा से की है, इन बातों को छुपाया जाता है, इसी प्रकार ये पारिवारिक आपसी सम्बन्ध भी छुपाये जाते हैं, अपने बेटे या बेटी से ये बातें भला कैसे की जा सकती हैं, हमारे बच्चे जो करेंगे वो उनका नजरिया होगा उनको बीच में लाना ठीक नहीं / जरा आप ही सोचिये इन प्रश्नों को यहाँ उठाकर आप क्या साबित करना चाहते हैं?