| 41. | जो शुल्क बीमाकृत व्यक्तियों से प्राप्त होता रहता है, उसका अधिकांश उन्हें या उनके आश्रितों को कई वर्षों बाद बीमा धन के रूप में लौटाया जाता है।
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| 42. | जो शुल्क बीमाकृत व्यक्तियों से प्राप्त होता रहता है, उसका अधिकांश उन्हें या उनके आश्रितों को कई वर्षों बाद बीमा धन के रूप में लौटाया जाता है।
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| 43. | पालिसीधारक की श्रेणी (जो उसके व्यवसाय से निर्धारित होती है), उसकी आयु, पालिसी कितनी चल चुकी है, बीमा धन जैसी कुछ बातें ‘
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| 44. | ऐसे मामलों में व्यक्ति को एक-एक लाख रुपये बीमा धन की 6 पॉलिसियाँ लेनी चाहिए (क्षमता तथा आवश्यकतानुसार अधिक बीमा धन की पॉलिसियाँ भी ली जा सकती हैं)
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| 45. | ऐसे मामलों में व्यक्ति को एक-एक लाख रुपये बीमा धन की 6 पॉलिसियाँ लेनी चाहिए (क्षमता तथा आवश्यकतानुसार अधिक बीमा धन की पॉलिसियाँ भी ली जा सकती हैं)
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| 46. | मृत्यु प्रमाण पत्र-मृत्यु का वैधानिक प्रमाण है, जो पैतृक सम्पत्ति के बंटवारा एवं बैंक बीमा धन आदि के भुगतान प्राप्त करने में सहायक है ।
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| 47. | आपकी असामयिक मौत हो जाने की स्थिति में बीमा कंपनी जिस राशि का भुगतान करती है उसे बीमा धन (सम अशयोर्ड or sun assured) कहा जाता है।
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| 48. | यह भी आंशिक रुप से सही है, नामांकन का मतलब होता है कि वह नामित व्यक्ति बीमा धन का दावा कर सकता है, पर उसका उपयोग नहीं कर सकता ।
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| 49. | किन्तु पॉलिसी अवधि पूरी होने से पहले ही यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो बीमा धन की रकम का भुगतान नामित (नामिनी) बच्चे को तत्काल किया जाएगा।
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| 50. | हालांकि, यह समझदारी है के लिए सभी बीमा धन आप अपने स्वास्थ्य बीमा के खाते में निवेश हो सकता है खर्च की तुलना में आपके स्वास्थ्य के बारे में सतर्क हो.
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