| 41. | बेकसी एक तजुर्बा हैजो अता होता है बेबसी-देखना और...
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| 42. | कोई चार फूल चढ़ाये क्योंकि मैं बेकसी का मजार हूं ।।
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| 43. | कोई चार फूल चढ़ाये क्योंकि मैं बेकसी का मजार हूं ।।
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| 44. | उनके पैरों में वह कमजोरी, ऑंखें में वह बेकसी न थी।
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| 45. | कोई आके शम्मा जलाये क्यूँ मैं वो बेकसी का मज़ार हूँ
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| 46. | बेकसी – बेबसी | सजदा मुनासिब हो अगर वादाखिलाफी हो जाये,
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| 47. | नरम-दिल स्त्रियाँ आ-आकर लाश को देखती थीं और उसकी बेकसी पर दो
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| 48. | कोई आ के शम्मा जलाए क्यों कि मैं बेकसी का मज़ार हूँ
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| 49. | उनके पैरों में वह कमजोरी, आंखों में वह बेकसी न थी।
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| 50. | अच्छू के दबाव से सुर्ख आंखें ऊपर उठा कर अब्बा बेकसी से
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