| 41. | 3 सगरी दुनिया भई सयानी, मैं ही इक बौराना ~ संत कबीर(विप्रमतीसी)
|
| 42. | (जग बौराना)-हाथी के पांव में सभी का पांव ।
|
| 43. | फिलहाल कश्मीर पर नरेश जी का नया लेख पढें जग बौराना में ।
|
| 44. | इसका संक्षिप्त रूप जुनूँ है जिसमें उन्माद, पागलपन, बौराना जैसे भाव है।
|
| 45. | रंग ही रंग, उमंग ही उमंग, बौराना मगर यह सब कहां चला गया ।
|
| 46. | प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह [...] हिन्दी हास्य व्यंग्य जग बौराना: लोकतंत्र का तमाशा ।
|
| 47. | अब तो साधो किरकिट में जग बौराना, अब तो ट्वेंटी-ट्वेंटी में ही चित्त समाना।
|
| 48. | उस एह्सास के लिये एक ही शब्द है बौराना! बौरा जाता था मन.
|
| 49. | रंग ही रंग, उमंग ही उमंग, बौराना मगर यह सब कहां चला गय।
|
| 50. | श्री नरेश मिश्र का ‘ जग बौराना ' आप मेरे ब्लाग ‘ सत्यमेव …..
|