एक बार भ्रूण के ब्लास्टोसिस्ट चरण में पहुंचने पर यह कई भागों से बना हुआ होता है, मुख्य रूप से ट्रोफेक्टोडर्म, आंतरिक कोशिका द्रव्यमान, और आदिम इन्डोडर्म.
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इस ब्लास्टोसिस्ट में एक स्थान पर लगभग ३ ० से ३ ५ कोशिकाओं के एक गुच्छे का निर्माण होता है-जिसे इनर सेल मास कहते हैं।
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एक बार भ्रूण के ब्लास्टोसिस्ट चरण में पहुंचने पर यह कई भागों से बना हुआ होता है, मुख्य रूप से ट्रोफेक्टोडर्म, आंतरिक कोशिका द्रव्यमान, और आदिम इन्डोडर्म.
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एक ओर जहां प्रतिरूप मानव ब्लास्टोसिस्ट का निर्माण किया जा चुका है, वहीं प्रतिरूप स्त्रोत से मूल कोशिका पंक्तियों को पृथक किया जाना अब भी शेष है.
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एक ओर जहां प्रतिरूप मानव ब्लास्टोसिस्ट का निर्माण किया जा चुका है, वहीं प्रतिरूप स्त्रोत से मूल कोशिका पंक्तियों को पृथक किया जाना अब भी शेष है.
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यह स्थिति दो शुक्राणु द्वारा दो अलग अंडाणु के निषेचन के माध्यम से घटित होती है, जिसके बाद दोनों का ब्लास्टोसिस्ट या युग्मनज चरण में संलयन होता है.
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यह स्थिति दो शुक्राणु द्वारा दो अलग अंडाणु के निषेचन के माध्यम से घटित होती है, जिसके बाद दोनों का ब्लास्टोसिस्ट या युग्मनज चरण में संलयन होता है.
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उदाहरण के लिए, ब्लास्टोसिस्ट चरण में संवर्धन करते समय, 3 दिनों तक एक माध्यम में संवर्धन किया जा सकता है, और उसके बाद कोई दूसरा माध्यम इस्तेमाल किया जा सकता है.
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पहले कृत्रिम रूप से बनाए गए भ्रूण या ब्लास्टोसिस्ट की कोशिकाओं को निकालकर, उनका संवर्धन करके स्टेम सेल बनाई जाती थी तथा उनका उपयोग अनुसंधान और उपचार में किया जाता था।
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पहले कृत्रिम रूप से बनाए गए भ्रूण या ब्लास्टोसिस्ट की कोशिकाओं को निकालकर, उनका संवर्धन करके स्टेम सेल बनाई जाती थी तथा उनका उपयोग अनुसंधान और उपचार में किया जाता था.