लोकसंस्कृति में पर्यावरण संरक्षण-१ (होली) भारतीय मनीषा में ही नही अपितु यहाँ के जन-जन के मानस में प्रकृति के कण-कण के प्रति भ्रातृभाव की भावना शताब्दियों से रची-बसी है ।
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अपने शुभ कर्मों द्वारा स्वयं उठे और साथ ही अपने आस-पास पवित्रता, उदारता, प्रेम, भ्रातृभाव, स्नेह, दया, गुण-दर्शन का वातावरण तैयार कर ले ।।
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मानवाधिकार, न्याय का राज्य, शांति-स्थापना, सहानुभूति, स्वतंत्रता और संपूर्ण मानवजाति से भ्रातृभाव इत्यादि आदर्श उन लोगों ने भी स्वीकार किया जिन्होंने प्रत्यक्ष रूप से इस्लाम को स्वीकार नहीं किया था।
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२. मुस्लिम भ्रातृभाव केवल मुसलमानों के लिए-” इस्लाम एक बंद निकाय की तरह है, जो मुसलमानों और गैर-मुसलमानों के बीच जो भेद यह करता है, वह बिल्कुल मूर्त और स्पष्ट है।
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राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्यौहार है, जो पारिवारिक, सामाजिक भ्रातृभाव की भावना प्रगाढ़ करने के साथ-साथ समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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अनामदास जी का कल ही ई-मेल मिला था, जिसमें उन्होंने मुझे अपनी अन्य व्यस्तताओं के साथ संतुलन साधते हुए बीच-बीच में लेखन को भी जारी रखने का भ्रातृभाव से परामर्श दिया था और मैंने भी उन्हें भरोसा दिलाया था कि लेखन की गति थमने नहीं दी जाएगी।
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अनामदास जी का कल ही ई-मेल मिला था, जिसमें उन्होंने मुझे अपनी अन्य व्यस्तताओं के साथ संतुलन साधते हुए बीच-बीच में लेखन को भी जारी रखने का भ्रातृभाव से परामर्श दिया था और मैंने भी उन्हें भरोसा दिलाया था कि लेखन की गति थमने नहीं दी जाएगी।
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अनामदास जी का कल ही ई-मेल मिला था, जिसमें उन्होंने मुझे अपनी अन्य व्यस्तताओं के साथ संतुलन साधते हुए बीच-बीच में लेखन को भी जारी रखने का भ्रातृभाव से परामर्श दिया था और मैंने भी उन्हें भरोसा दिलाया था कि लेखन की गति थमने नहीं दी जाएगी।
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' बेशक रक्तवर्ण असभ्य लोगों में जो परस्पर भ्रातृभाव पाया जाता है वह किसी हद तक इसीलिए है कि उन लोगों को अब तक ' मेरा और तेरा ' का ज्ञान हई नहीं-वही ' मेरा ' और ' तेरा ', जिन्हें महात्मा जौन्क्रिसोस्तमो ने ' ठंडे शब्द ' ऐसा कहा है।
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वे तीनों सूत्रधार दुनिया के दिखे हमें पर जाने कौन उन्हें उनके ही सूत्रों में उलझा कर नाच नचाता था-यह स्वतन्त्रता की कठपुतली वह समानता का व्यंग्य चित्र वह गला घोंटता भ्रातृभाव नाटक के भीतर नाटक में गिरता पर्दा उठता पर्दा था जटिल विदूषक भाव हँसाता कभी, रुलाता कभी, खिलाता कभी निरुत्तर करता-सा