मकर राशी उसकी उच्च राशी है, इसका दोष नहीं माना जाता! मंगल अगर शत्रु राशी ३ ६ में है तो भी मंगल दोष नहीं होता! अगर मंगल नीच राशिमे है तो वह बलहीन होता है! उदा.
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मकर राशी वालो के लिए आज दिन कुछ खास नहीं है, मन में बेचेनी बनी रहेगी, खिज़ सी जैसी स्थिति बनी रह सकती है, मन में शांति बनाये रखे, यात्रा से परहेज करे, लोन इत्यादी के चक्कर से बचे
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उत्तर प्रदेश में इस वृत को खिच्री कहते हैं, इस दिन खिच्री खाने और खिच्री दान देने का मह्जत्व है, दक्षिण भारत में यह पोंगल के रुप में मनाया जाता है, सूर्य मकर राशी में प्रवेश करेंगे 24:08 पे, लेकिन संक्रान्ति का पुण्य काल 15
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मकर राशी वाले आज का दिन ख़ुशी भरा रहेगा, आज ज्ञान व् शिक्षा के केंद्र से दिन अच्छा रहेगा, कोई किताब पड़ना आज आप एन्जॉय कर सकते है, कोई नया कार्य अगर चाहे तो कर सकते है, नयी इन्वेस्टमेंट भी कर सकते है
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एक समूह वाले ज्योतिषी कहते हैं की प्लूटो महराज के मकर राशी में होने के प्रभाव ये होंगे की जो अनुपयुक्त है और औचित्यहीन है वो खारिज होगा और नई संरचनाएं बनेंगी २५० और ५०० साल पहले जब प्लूटो मकर में था यही कुछ हुआ था जी, सो इट्स गुड!
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एक समूह वाले ज्योतिषी कहते हैं की प्लूटो महराज के मकर राशी में होने के प्रभाव ये होंगे की जो अनुपयुक्त है और औचित्यहीन है वो खारिज होगा और नई संरचनाएं बनेंगी २५० और ५०० साल पहले जब प्लूटो मकर में था यही कुछ हुआ था जी, सो इट्स गुड!
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एक समूह वाले ज्योतिषी कहते हैं की प्लूटो महराज के मकर राशी में होने के प्रभाव ये होंगे की जो अनुपयुक्त है और औचित्यहीन है वो खारिज होगा और नई संरचनाएं बनेंगी २५० और ५०० साल पहले जब प्लूटो मकर में था यही कुछ हुआ था जी, सो इट्स गुड!
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मकर राशी वाले आज भाग्य साथ है कोई नया कार्य शुरू करना चाहते है तो कर सकते है, आज अगर अकेले है तो किसी से प्यार का इज़हार कर सकते है अगर शादी शुदा है तो दाम्पत्य जीवन का सुख प्राप्त करेंगे, यात्रा से लाभ प्राप्त होगा, कार्य में सफलता मिलेगी
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एक समूह वाले ज्योतिषी कहते हैं की प्लूटो महराज के मकर राशी में होने के प्रभाव ये होंगे की जो अनुपयुक्त है और औचित्यहीन है वो खारिज होगा और नई संरचनाएं बनेंगी २ ५ ० और ५ ०० साल पहले जब प्लूटो मकर में था यही कुछ हुआ था जी, सो इट्स गुड!
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मकर राशी:-नवरात्री के शनिवार को दूकान पर आये भिखारी को एक मुट्ठी काला तिल दे घोड़े की नाल मुख्य द्वार पर शाम के समय पीपल वृक्ष को छुआकर लगाये | व्यापार बहूत मंदा हो तो नवरात्री के शनिवार को मिटटी के घड़े पर दक्कन लगाकर टेप से मुह बांध कर दूकान में रखे बुधवार को प्रातकाल उसे बहते जल में प्रवाहित कर दे।