आदरणीय इंदु पुरी जी की बात से पूरी तरह सहमत हूँ! बिना हिंट के पहेली नहीं होनी चाहिए! अगर एक आवाज़ सुनाई गयी है तो कम से कम ये तो मालुम होना ही चाहिए कि अमुक व्यक्ति किस विधा से जुड़ा हुआ है … निर्माता है, निर्देशक है, संगीतकार है, गीतकार है, गायक है अथवा अभिनेता है … हजारों लोगों में से कैसे पहचाना जाए!