| 41. | बस मैं, मिरा मुक़द्दर और आसमान था.
|
| 42. | जब मुक़द्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करे
|
| 43. | ग़म-ए-फ़िराक मेरा ही मुक़द्दर है या फिर,
|
| 44. | मैं रो रहा था मुक़द्दर की सख़्त राहों में
|
| 45. | जब मुक़द्दर लकीरों में ही सिमटा हो
|
| 46. | ज़िन्दगी का मुक़द्दर सफ़र-दर-सफ़र आखिरी साँस तक बेक़रार आदमी
|
| 47. | बस्ती मेरे वीरान मुक़द्दर की बसा दी
|
| 48. | मुक़द्दर उस दा मैं किथ्थों लिअवां या रसूल अल्लाह
|
| 49. | वो मुक़द्दर न रहा और वो ज़माना न रहा
|
| 50. | बस मैं, मिरा मुक़द्दर और आसमान था।
|