यदि इस सिद्धांत का विस्तार करें तो मूल कण के समान एक दिन ब्रह्मांड की सभी ऊर्जाओं की एक मूलभूत ऊर्जा भी खोज ली जाएगी।
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वैसे इसका सही नाम ' 'हिग्ज़ बोसोन' है; बोसोन एक अद्भुत मूल कण है, और हिग्ज़ ऐसा क्षेत्र है जो कणों को द्रव्यमान देता है।
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इस दृष्टांत में हिग्स फील्ड की उपमा बर्फबारी वाले इलाके से दी जाती है, जिससे गुजरकर अलग-अलग मूल कण अलग-अलग द्रव्यमान हासिल करते हैं।
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न्यूट्रिनो एक अनावेशित एवं इलेक्ट्रॉन से भी काफी हल्का (लगभग शून्य द्रवमान का) मूल कण है, जो बहुत समय तक वैज्ञानिकों के प्रेक्षण से बचा रहा।
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वैसे इसका सही नाम ' ' हिग्ज़ बोसोन ' है ; बोसोन एक अद्भुत मूल कण है, और हिग्ज़ ऐसा क्षेत्र है जो कणों को द्रव्यमान देता है।
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उस समय केवल ' फ़र्मियान' कण का ही व्यवहार समझा गया था, जो कि वे मूल कण हैं जो 'फ़र्मी-डिरैक' के सांख्यिकी सूत्रों के अनुसार व्यवहार करते हैं।
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अभी तक की परिभाषा के हिसाब से देखें, तो ‘हिग्स बोसोन एक काल्पनिक मूल कण है, जिसकी संभावना पार्टिकल फिजिक्स के स्टैंडर्ड मॉडल के आधार पर व्यक्त की गई है।
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अगर हम ये समझने में सफल हो जाएं कि वायरस के मूल कण कैसे एकत्रित होते हैं, तो हमारी इलाज ढूंढ़ने की क्षमता में कई गुना वृध्दि हो जाएगी।
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ब्रह्माण्ड में कुछ मूल कण हैं जैसे इलैक्ट्रान, क्वार्क, न्यूट्रिनो फ़ोटान, ग्लुआन, आदि, और कुछ संयुक्त कण, जैसे प्रोटान, न्यूट्रान आदि, जो इन मूल कणों के संयोग से निर्मित होते हैं।
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पिछली शताब्दी के मध्य भाग में पदार्थ के मूल कणों के विषय में बहुत खोजें हुईं, मूल कण वे कण हैं जो किसी अन्य कण से निर्मित नहीं हुए हैं।