मैंने कई कुत्तों की आंखों में झांक कर देखा है कि पत्थर की चोट खाते और मैथुन क्रिया में संलग्न कुत्ते मनुष्यों से कहते हैं-हे श्रेष्ठ प्राणी मनुष्य! मुझ जैसे निकृष्ट प्राणियों का व्यवहार भी तुम्हारे जैसा नहीं है।
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हुसैन का छोडो़ तुम्हारा तो माँ बहन है अगर हुसैन तुम्हारा माँ बहन का नँगा, काम वासना में लिप्त, मैथुन क्रिया में घोडा़ के साथ लिप्त चित्र बनाता जिस तरह से हिन्दु देवी भारत माँ का चित्र बनाया तव तुम क्या कहते।
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इसके अलावा जो लोग पेट में गैस उत्पन्न करने वाले पदार्थ खाते हैं, अधिक मैथुन क्रिया करते हैं, उल्टी-दस्त, मानसिक कमजोरी होने पर और शरीर के नाजुक हिस्से पर चोट लगने, रक्तचाप बढ़ने (हाई ब्लडप्रेशर) और वायु का प्रकोप आदि को लकवे के मुख्य कारण माने जाते हैं।
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जोर्जिया ही क्यों, किसी भी देश के किंडरगार्टन स्कूल की शिक्षिका पर अपनी बेटी सहित दो और छोटी लड़कियों को घर में पीट कर ' बैड गर्ल ' बनने को विवश करने और उनके साथ रात को सोने के दौरान वयस्क शारीरिक मैथुन क्रिया सदृश्य हरकतें करना कभी स्वीकार नहीं किया जा सकेगा.
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प्रभाव पूर्ण नातेदार संयुग्मन / संयोजन परस्पर सम्बन्धित व्यवस्थापिका सभा मैथुन क्रिया प्रतिनिधि सभा महासम्मेलन सम्बन्धी सम्बन्ध वाचक सर्वनाम संबन्द्धित अमरीका के प्रजातन्ट्रों की राष्ट्रीय व्यवस्थापिका सभा सालाना बैठक समागम सम्बन्ध सूचक सम्बन्ध सूचक समधी सम्बन्ध बोधक सम्बन्ध वाचक क्रिया-विषेशण रिस्तेदार सम्बन्ध बोधक अमरीका के प्रजातन्ट्रों की राष्ट्रीय व्यवस्थापिका सभा परस्पर सम्बन्धित बोल चाल प्रतिनिधि सभा संभोग परस्पर व्यवहर रिश्तेदार यौन संबंध
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देव मंदिरों के कमनीय कला प्रस्तरों मैं हम एक ओर जीवन की सच्ची व्याख्या और उच्च कोटि की कला का निर्देशन तो दूसरी ओर पुरुष प्रकृति के मिलन की आध्यात्मिक व्याख्या पाते हैं | इन कला मूर्तियों मैं हमारे जीवन की व्याख्या शिवम् है, कला की कमनीय अभिव्यक्ती सुन्दरम है, रस्यमय मान्मथ भाव सत्यम है | इन्ही भावों को दृष्टिगत रखते हुए महर्षि वात्सयायन मैथुन क्रिया, मान्मथ क्रिया या आसन ना कह कर इसे ' योग ' कहा है |
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देव मंदिरों के कमनीय कला प्रस्तरों मैं हम एक ओर जीवन की सच्ची व्याख्या और उच्च कोटि की कला का निर्देशन तो दूसरी ओर पुरुष प्रकृति के मिलन की आध्यात्मिक व्याख्या पाते हैं | इन कला मूर्तियों मैं हमारे जीवन की व्याख्या शिवम् है, कला की कमनीय अभिव्यक्ती सुन्दरम है, रस्यमय मान्मथ भाव सत्यम है | इन्ही भावों को दृष्टिगत रखते हुए महर्षि वात्सयायन मैथुन क्रिया, मान्मथ क्रिया या आसन ना कह कर इसे ' योग ' कहा है | अश्लील मूर्तियाँ/चित्र मंदिर मैं क्यूँ?
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लेकिन पशु पक्षी तो अपने अपने ऋतु के समय मैथुन क्रिया मे संलग्न होते है मनुष्य का दिमाग भिन्न प्रकार का होता है, उसके अन्दर एक दूसरे को परास्त करने की क्रिया सहसवास के समय ही देखने को मिलती है, अक्सर कितना ही दयावान पुरुष होता है या दयावान स्त्री होती हैश, सह्सवास के समय मे दोनो के अन्दर जो उत्तेजना पैदा होती उसके अनुसार स्त्री और पुरुष एक दूसरे के प्रति आक्रामक हो जाते है, काटना चाटना झकझोरना दबाना पटकना आदि क्रियायें कामोत्तेजना के अन्दर ही होती है।