| 41. | यह भौगोलिक याम्योत्तर और चुंबकीय याम्योत्तर के मध्य बननेवाला कोण है, जो दिक्सूचक की स्थिति पर निर्भर करता है।
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| 42. | प्रारंभ में जनतंत्रीय फ्रेंच कानून के अनुसार इसे उत्तरी ध्रुव से विषुवत् रेखा तक पैरिस से गुजरती हुई याम्योत्तर (
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| 43. | याम्योत्तर रेखा पर स्थित होने के कारण सिद्धांत ग्रन्थों में उज्जयिनी के सूर्योदय कालीन मध्यम ग्रहों को दर्शाया गया है।
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| 44. | ये आकाश में कुछ दिशाओं में फैले होते हैं और चाप का उच्चतम बिंदु चुंबकीय याम्योत्तर (meridian) पर होता है।
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| 45. | उसके बाद सूर्य ग्रीनविच याम्योत्तर से पश्चिम की तरफ जितना खिसकता जाएगा, उसमें 1 अंश के अनुसार समय बढ़ता जाएगा.
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| 46. | इसलिए तारों के याम्योत्तर लंघन के नक्षत्र समय को कैमरा लगे खमध्य दूरदर्शकों (zenith tubes) से भी जाना जाता है।
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| 47. | इसी प्रकार खगोलीय याम्योत्तर के लंबवत प्रवाह को पूर्वाभिमुख घटक, पू (E), कहते हैं तथा यह पूर्व की ओर धनात्मक है।
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| 48. | याम्योत्तर में ऊर्ध्वाधर का विचरण (variation of the vertical) खगोलीय अक्षांश तथा जियोडीय अक्षांश दोनों पर निर्भर रहता है।
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| 49. | धारा नापने के पहले सूई के बक्स के समतल को क्षैतिज करना और ऊर्ध्वाधर कुंडलियों को चुंबकीय याम्योत्तर में करना आवश्यक है।
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| 50. | 1. विचरण (Variation)-यह भौगोलिक याम्योत्तर और चुंबकीय याम्योत्तर के मध्य बननेवाला कोण है, जो दिक्सूचक की स्थिति पर निर्भर करता है।
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