कुछ घनीकारक उत्पाद निर्माताओं का दावा है कि घनीकृत तेल को कचरे के गड्ढों में फेंका जा सकता है, डामर में एक योगज या रबर उत्पाद के रूप में पुनर्चक्रित किया जा सकता है या कम राख देने वाले ईंधन के रूप में जलाया जा सकता है. सी.आई. एजेंट (सी.आई. एजेंट सोल्यूशंस, लुइसविले, केंटकी द्वारा निर्मित) नामक एक घनीकारक का उपयोग बीपी (
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लौकिक जगत् की वास्तविक परिस्थितियों की उपेक्षा वह कभी नहीं करता, तथापि जहाँ किसी तत्व का विचार बिना सूक्ष्म दृष्टि का हो नहीं सकता, वहाँ किसी प्रकार अतीन्द्रिय, अदृष्ट, सूक्ष्म, योगज आदि हेतुओं के आधार पर अपने सिद्धांत को स्थापित करना इस धारा के दार्शनिकों का स्वभाव है, अन्यथा उनकी वैचारिक भित्तियां अंतर्विरोधी होतीं ; फलतः परमाणु, आकाश, काल, दिक्, आत्मा, मन आदि सत्ताओं का स्वीकार इस दर्शन में बराबर उपस्थित है ।
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सनतकुमार संहिता! ललिता सहस्त्रनाम के ८८ वें श्लोक पर सौभाग्य भास्कर की टीका के अनुसार २ ८ आगम इस प्रकार है-कामिक, योगज, कारण, प्रमृतागम, अजितागम, दीप्तगम, आशुमानागम, सुप्रमेदागम, विजवागम, निःश्वागम, स्वायम्भुवागम, अनलागम, वीरागम, रौत्रागम, मुकुटागम, विमलागम, चन्द्र्ज्ञागम, बिम्ब्रागम, प्रोध्दतागम, ललितागम, सिध्दागम, सन्तानागम, किरणागम, वातुखागम, सुक्ष्मागम, सहस्त्रागम, सर्वोत्तरागम, पर्मेश्वरागम! आगे क्रमशः
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लौकिक जगत् की वास्तविक परिस्थितियों की उपेक्षा वह कभी नहीं करता, तथापि जहाँ किसी तत्व का विचार बिना सूक्ष्म दृष्टि का हो नहीं सकता, वहाँ किसी प्रकार अतीन्द्रिय, अदृष्ट, सूक्ष्म, योगज आदि हेतुओं के आधार पर अपने सिद्धांत को स्थापित करना इस धारा के दार्शनिकों का स्वभाव है, अन्यथा उनकी वैचारिक भित्तियां अंतर्विरोधी होतीं ; फलतः परमाणु, आकाश, काल, दिक्, आत्मा, मन आदि सत्ताओं का स्वीकार इस दर्शन में बराबर उपस्थित है ।