यही आलम बाबई की ॉचलखेड़ा समर्िैत में देखने को मिला जिसमें ग्राम शुक्करवाड़ा क़ृषिफार्म के कृषक लखन यादव, गुलाब यादव पना माल ट्रालियों में उठाकर ले गये, उनका कहना रहा कि उन्होंने २७ प्रेल को गेहॅू समर्िैत में पटका लेकिन वारदानों के कारण उनका नम्बर ाने के बाद भी १ मई को तुलाई होना थी लेकिन ाज ९ मई होन पर तुलाई नहीं हो हुई ौर उन्हें बेबजहर दिन रात पने ढ़ेर की रखवाली करना पड़ रही है।