‘ इंद्रावती ' नामक एक सुंदर आख्यान काव्य लिखा जिसमें कालिंजर के राजकुमार राजकुँवर और आगमपुर की राजकुमारी इंद्रावती की प्रेमकहानी है.
42.
मै पीड़ा का राजकुँवर हूँ, तुम शहजादी रूपनगर की हो भी गया प्रेम हम में तो, बोलो मिलन कहाँ पर होगा..
43.
कहा जाता है 1533-1547 ईसवी काल में मोस्को का महान राजकुँवर और 1547 से लेकर 1584 में अपनी मृत्य तक रूस का त्सार (सम्राट) था।
44.
इन्होंने 1157 हिजरी (संवत् 1801) में 'इंद्रावती' नामक एक सुंदर आख्यान काव्य लिखा जिसमें 'कालिंजर' के राजकुमार राजकुँवर और आगमपुर की राजकुमारी इंद्रावती की प्रेमकहानी है।
45.
इन्होंने 1157 हिजरी (संवत् 1801) में ' इंद्रावती ' नामक एक सुंदर आख्यान काव्य लिखा जिसमें कालिंजर के राजकुमार राजकुँवर और आगमपुर की राजकुमारी इंद्रावती की प्रेमकहानी है।
46.
मृत शरीर के दाह-संस्कार के कुछ दिन बाद राजकुँवर को प्रोफेसर साहब की जगह बाबूगिरी अवश्य मिल गई और एक कुलीन, शिक्षित कन्या से उसका विवाह भी हो गया।
47.
1516 में मीरा का विवाह सबसे शक्तिशाली राजपूत राजा चित्तौड़ के राणासाँगा के राजकुँवर भोजराज से हुआ इस तरह मीरा सात्वतमत के प्राचीन केन्द्र माध्यमिका नगरी के पास अपनी ससुराल चित्तौड़ में आ गईं।
48.
फ़िल्म में एक राजकुँवर और ढ़ाबे में काम करने वाले गरीब बच्चे में बराबर की दोस्ती की है, और अंत में पुराने विचारों वाले राजा साहब द्वारा गरीब बच्चे को मान देने का सपना है.
49.
होंगे राजे राजकुँवर हम बिगड़े दिल शहज़ादे हम सिंहासन पर जा बैठे जब जब करें इरादे सूरत है जानी पहचानी, दुनिया वालों को हैरानी सर पे लाल टोपी रूसी, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी
50.
फ़िल्म में एक राजकुँवर और ढ़ाबे में काम करने वाले गरीब बच्चे में बराबर की दोस्ती की है, और अंत में पुराने विचारों वाले राजा साहब द्वारा गरीब बच्चे को मान देने का सपना है.