चाहे जो हो हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि जब राजनीतिक स्वाधीनता की संभावनाएं दिखाई दे रही हों तो बड़ी संख्या में संघर्ष की धारा में वे व्यक्ति आ सकते हैं जो अभी औपनिवेशिक संस्कृति के प्रभाव से अछूते हैं।
42.
यशपाल ने अपने ' झूठा-सच ' में ' कनक ' और ' पुरी ' तथा ' तारा ' और ' असद ' के माध्यम से स्त्री-पुरुष के संबंधों की व्याख्या, ' वतन और देश ' नामक प्रथम खण्ड में प्रस्तुत की है, किन्तु राजनीतिक स्वाधीनता के सामने यह विषय अपेक्षाकृत गौण बनकर रह गया।
43.
क्या हम यह कल्पना कर सकते हैं कि माओवादी शासन होगा और उसमें सभी धर्मों की आजादी बरकरार रहेगी? सभी दलों की राजनीतिक स्वाधीनता बची रहेगी? सभी वर्गों में भाईचारा रहेगा? औरतों,आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक-धार्मिक और भाषायी स्वाधीनता बरकरार रहेगी? उनके राज्य में विभिन्न रंगत के मार्क्सवादी,राष्ट्रवादी,उदारवादी सुरक्षित और स्वतंत्रभाव से रहेंगे? और उन्हें अभी जितनी आजादी बुर्जुआ संविधान के तहत मिली हुई है उससे भी ज्यादा स्वाधीनता और अधिकार प्राप्त होंगे?
44.
क्या हम यह कल्पना कर सकते हैं कि माओवादी शासन होगा और उसमें सभी धर्मों की आजादी बरकरार रहेगी? सभी दलों की राजनीतिक स्वाधीनता बची रहेगी? सभी वर्गों में भाईचारा रहेगा? औरतों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक-धार्मिक और भाषायी स्वाधीनता बरकरार रहेगी? उनके राज्य में विभिन्न रंगत के मार्क्सवादी, राष्ट्रवादी, उदारवादी सुरक्षित और स्वतंत्रभाव से रहेंगे? और उन्हें अभी जितनी आजादी बुर्जुआ संविधान के तहत मिली हुई है उससे भी ज्यादा स्वाधीनता और अधिकार प्राप्त होंगे?